मालरोड पर लगी दूरबीन से सूर्यग्रहण देखने को पर्यटक उत्सुक रहे
मसूरी। वर्ष 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने से लोगों में खासी उत्सुकता ग्रहण देखने को लगी रही। मालरोड गढवाल टैरेस पर दीप स्पेस लैब की ओर से सूर्य ग्रहण दिखाने की विशेष व्यवस्था विश्व की सबसे उत्कृष्ट वैज्ञानिक दूरबीन से की गई जिसका बड़ी संख्या में पर्यटकों, विदेशी प्य्रटकों व स्थानीय लोगों ने लाभ लिया व सूर्यग्रहण की अदभुत आकृति को देखा। गढवाल टैरेस पर दीप स्पेस लैब ने विश्व की सबसे पावरफुल दूरबीन सूर्यग्रहण देखने के लिए लगाई है जिसमें सूर्यग्रहण का अदभुत नजारा देखते ही बनता था। बड़ी संख्या मंे लोगों ने दूरबीन से सबसे बड़े सूर्य ग्रहण को देखा। इस मौके पर दीप स्पेस लैब के संचालक खगोल वैज्ञानिक व एमएस हुस्टन टेक्सास अमेरिका के संस्थापक व निदेशक रह चुके अमित कौशिक ने बताया कि 1962 के बाद का यह सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है जिसमें पूरा सूर्य चंद्रमा ढक लेता है। ऐसा सूर्य ग्रहण अब आने वाले पचास साठ साल बाद ही आयेगा। उन्होंने कहाकि यहां जिस दूरबीन से सूर्यग्रहण र्प्यटकों को दिखा रहे है यह वैज्ञानिकों को अवसर देता है लेकिन यह अवसर आम लोगों को देते हैं। यह विश्व का अपने आप में पहला कांप्लेक्स है। जिसकी पावरफुल दूरबीन से रात में पर्यटक तारा मंडल व ब्रहमांड के अन्य सभी ग्रह आंखों से देखे जा सकते हैं यह रात को दस बजे तक दिखाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि सूर्यग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी व सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है जो पूरे सूर्य को ढक लेता है यह केवल पृथ्वी से ही संभव है अन्य ग्रहों शनि या बृहस्पति, मंगल गृहों से ऐसा सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देता क्यो कि उनके चांद इतने बडे़ नहीं हैं जो सूर्य को ढक लें। इस मौके पर पर्यटक विवेक ने बताया कि यहां पर भीड़ लगी थी पूछा तो पता चला कि सूर्य ग्रहण दिखाया जा रहा है जिससे मेैं एक्साइटेड हो गया व सूर्य ग्रहण देखा तो नजारा देख आनंद आ गया। क्यों कि यहां से जितना स्पष्ट ग्रहण देखा पहले कभी नहीं देखा यहीं नहीं यहां से अन्य ग्रह भी देखे जा सकते हैं। मसूरी आने पर यह सौभाग्य मुझे मिला यह मेरे जीवन का यादगार पल बन गया।